परमार वंश
- परमार वंश का संस्थापक उपेंद्रराज था। इसकी राजधानी धारा नगरी थी । (प्राचीन राजधानी उज्जैन)
- परमार वंश का सर्वाधिक शक्तिशाली शासक राजा भोज था।
- राजा भोज ने भोपाल के दक्षिण में भोजपुर नामक झील का निर्माण करवाया।
- नैषधीयचरित के रचनाकार श्रीहर्ष थे।
- नवसाहसाड्ंग चरित्र के रचयिता पद्मगुप्त, दशरूपक के रचयिता धनंजय, धनिक, हलायुध एवं अमितगति जैसे विद्वान वाक्यपति मुंज के दरबार में रहते थे।
- कविराज की उपाधि से विभूषित शासक था- राजा भोज।
- भोज ने अपनी राजधानी में सरस्वती मंदिर का निर्माण करवाया था।
- भोजने चित्तौड़ में त्रिभुवन नारायण मंदिर का निर्माण करवाया था।
- परमार वंश के बाद तोमर वंश का उसके बाद चाहमान वंश का और अंततः 1297 ईस्वी में अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति नसरत खां और उलूग खां ने मालवा पर अधिकार कर लिया।