चालुक्य वंश (वातापी)
- जयसिंह ने वातापी के चालुक्य वंश की स्थापना की थी।
- इसकी राजधानी वातापी (बीजापुर) के निकट थी।
- इस वंश के प्रमुख शासक थे- पुलकेशिन प्रथम, कीर्ति वर्मन, पुलकेशिन द्वितीय, विक्रमादित्य, विनियादित्य एवं विजयादित्य।
- इस वंश का सबसे प्रतापी राजा पुलकेशिन द्वितीय था।
- पुलकेशिन द्वितीय ने हर्षवर्धन को हराकर परमेश्वर की उपाधि धारण की थी।
- ऐहोल अभिलेख का संबंध पुलकेशिन द्वितीय से है तथा इसके रचनाकार रविकृति है।
- जिनेंद्र का मेगुती मंदिर पुलकेशिन द्वितीय ने बनवाया था।
- वातापी का निर्माणकर्ता कीर्ति वर्मन को माना जाता है।
- इस वंश का अंतिम राजा कीर्ति वर्मन द्वितीय था। इसे इसके सामंत दंतिदुर्ग में परास्त कर एक नए वंश (राष्ट्रकूट वंश) की स्थापना की।